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2 min read | अपडेटेड April 02, 2025, 18:08 IST
सारांश
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वीणा पाटिल ने कहा कि आय में मुख्य रूप से वृद्धि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने और प्रशासनिक सुधारों से हुई है।
सिद्धिविनायक मंदिर की FY2024-25 में कितनी रही कमाई
देश के सबसे मशहूर मंदिरों में से एक मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट की इनकम पिछले फाइनेंशियल ईयर (2024-25) में सालाना आधार पर 16% बढ़कर 133 करोड़ रुपये हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि आय वृद्धि में सबसे ज्यादा योगदान भक्तों द्वारा दिए गए दान और चढ़ावे का रहा। इसके अलावा, पूजा और अन्य अनुष्ठानों से 20 करोड़ रुपये की आय हुई। उन्होंने बताया कि मंदिर को दान पेटियों, ऑनलाइन भुगतान, अनुष्ठानों, प्रसाद की बिक्री और सोने-चांदी की नीलामी सहित कई स्रोतों से आय हासिल हुई।
मंदिर ट्रस्ट के एक अधिकारी ने बताया कि लड्डू और नारियल वडी (चीनी के स्वाद वाली कुरकुरी नारियल वडी) की बिक्री पिछले फाइनेंशियल ईयर (2023-24) की तुलना में 32% बढ़ी है। मंदिर ट्रस्ट हर दिन भक्तों को लगभग 10,000 लड्डू वितरित करता है। अधिकारी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024-25 में गुड़ी पड़वा पर सोने-चांदी की नीलामी से मंदिर प्रशासन ने रिकॉर्ड तोड़ 1.33 करोड़ रुपये की आय अर्जित की, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में गुड़ी पड़वा पर 75 लाख रुपये की आय हुई थी।’
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वीणा पाटिल ने कहा कि आय में मुख्य रूप से वृद्धि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने और प्रशासनिक सुधारों से हुई है। उन्होंने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 में 154 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान लगाया है। पाटिल ने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करते हैं कि चढ़ावे और दान को लोगों के कल्याण के लिए सामाजिक कार्यों में लगाया जाए।
ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 1692 में हुआ था, लेकिन सरकारी दस्तावेजों के हिसाब से यह मंदिर 1809 में बनाया गया था। पहले यह मंदिर काफी छोटा था, लेकिन पिछले 20 सालों में यहां कई बार रिनोवेशन हुआ है। सिद्धविनायक मंदिर का ट्रस्ट भारत का सबसे अमीर मंदिर ट्रस्ट माना जाता है।
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