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2 min read | अपडेटेड March 20, 2025, 11:38 IST
सारांश
भारत में X का इस्तेमाल काफी लोग करते हैं और ऐसे में ग्रोक के इस तरह से अपशब्दों के इस्तेमाल को लेकर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का चिंतित होना स्वाभाविक है। अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से नहीं आई है।
ग्रोक के अपशब्दों के इस्तेमाल से भारत सरकार नाखुश (Photo: Shutterstock)
सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X (पहले ट्विटर) के AI चैटबॉट ग्रोक (Grok) की ओर से दिए जाने वाले जवाबों में हिंदी में अपशब्दों का का भी इस्तेमाल करने को लेकर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय इसकी जांच करेगा। भाषा की खबर के मुताबिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ग्रोक के स्तर पर अपशब्दों के इस्तेमाल को लेकर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ‘एक्स’ के संपर्क में है।
सूत्रों के मुताबिक, ‘मंत्रालय इस मामले और उन कारकों की जांच करेगा जिनकी वजह से चैटबॉट ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया।’ सूत्रों ने कहा, ‘हम संपर्क में हैं, हम उनसे (एक्स) बात कर रहे हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है और क्या मुद्दे हैं कि ग्रोक इस तरह से अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि आईटी मंत्रालय इस मामले की जांच भी कर रहा है।
एलन मस्क के स्वामित्व वाले प्लैटफॉर्म एक्स पर पेश होने के बाद शक्तिशाली एआई चैटबॉट ग्रोक ने हाल ही में अपने तीखे अंदाज से चौंका दिया। इसने यूजर्स के उकसाए जाने पर हिंदी में अपशब्दों से भरी भाषा का भी इस्तेमाल किया। इसकी बेलौस प्रतिक्रियाओं ने यूजर्स को भ्रमित कर दिया और सोशल मीडिया पर AI के भविष्य को लेकर नई बहस शुरू हो गई।
सोशल मीडिया X का नाम पहले ट्विटर था। एलन मस्क ने ट्विटर को टेकओवर करने के बाद इसका नाम एक्स रखा। भारत में X का इस्तेमाल काफी लोग करते हैं और ऐसे में ग्रोक के इस तरह से अपशब्दों के इस्तेमाल को लेकर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का चिंतित होना स्वाभाविक है। अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से नहीं आई है और ना ही X की ओर से इसको लेकर पब्लिकली कुछ टिप्पणी हुई है।
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