Gold Loan में ना हो नुकसान, बस इन 9 बातों का रखें ध्यान

17 अप्रैल 2025

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गोल्ड लोन में आप अपना सोना गिरवी रखकर बैंक से पैसे उधार लेते हैं। इसे जल्दी और कम दस्तावेज़ों में मंज़ूरी मिलती है।

1. गोल्ड लोन क्या है?

हर बैंक और NBFC गोल्ड लोन पर अलग ब्याज  (7%-18%) लेता है। सही फैसला लेने के लिए अलग-अलग विकल्पों की तुलना ज़रूर करें।

2. ब्याज दर की तुलना जरूरी

गोल्ड लोन की अवधि 3 महीने से 4 साल तक होती है। छोटी अवधि पर ब्याज कम हो सकता है, लेकिन समय पर चुकाना जरूरी है।

3. लोन की अवधि

कुछ बैंक EMI में वसूली करते हैं, कुछ केवल ब्याज लेते हैं और मूलधन अंत में। अपने बजट के अनुसार सही तरीका चुनें।

4. रीपेमेंट के विकल्प

प्रोसेसिंग फीस, वैल्यूएशन फीस और अन्य छिपे चार्जेज पहले से जान लें, ताकि लोन महंगा न पड़े।

5. चार्जेज की जानकारी रखें

बैंक सोने की शुद्धता (22K या 24K) और वजन के आधार पर मूल्य तय करते हैं। उस पर 75-90% तक लोन मिलता है।

6. सोने का मूल्यांकन कैसे होता है?

समय पर लोन नहीं चुकाने पर भारी पेनाल्टी लगती है और बैंक आपका सोना नीलाम कर सकता है। हमेशा समय पर भुगतान करें।

7. ओवरड्यू पेनल्टी से बचें

गोल्ड लोन केवल RBI से मान्यता प्राप्त बैंक या NBFC से ही लें। लोकल लेंडर से धोखा होने का खतरा ज्यादा होता है।

8. सही बैंक/NBFC चुनें

गोल्ड लोन जरूरी खर्च या इमरजेंसी के लिए ही लें। बेवजह लोन लेकर सोना गिरवी रखना नुकसानदायक हो सकता है।

9. लोन का सही इस्तेमाल करें

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