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2 min read | अपडेटेड May 05, 2025, 12:31 IST
सारांश
Repo Rate Cut: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिसर्च रिपोर्ट का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक रेपो रेट में भारी कटौती कर सकता। RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक अगले महीने होनी है और SBI Research के मुताबिक इसके बाद रेपो रेट कटौकी का फैसला हो सकता है।
RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक जून में होगी जब रेपो रेट पर किया जाएगा फैसले का ऐलान।
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India, RBI) अगले महीने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी मीटिंग (Monetary Policy Committee Meeting) एक बार फिर रेपो रेट में कटौती (Repo rate cut) का फैसला कर सकती है। इसके पहले फरवरी में सेंट्रल बैंक ने 0.25% रेपो रेट घटाने का ऐलान किया था।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया रिसर्च के मुताबिक RBI जून और अगस्त के महीने में रेपो रेट को 0.75% यानी 75 बेसिस पॉइंट्स तक घटा सकता है। इसके बाद वित्त वर्ष 2025-26 के दूसरे हिस्से में 0.5% यानी 50 बेसिस पॉइंट्स तक की कटौती एक बार फिर हो सकती है। यानी SBI रिसर्च के मुताबिक FY26 के दौरान रेपो रेट में कुल 1.25% की कटौती हो सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च में मुद्रास्फीति कम होने और आगे कुछ समय तक नीचे रहने की उम्मीदों के बीच जून और अगस्त में 75 बेसिस पॉइंट्स तक की कटौती हो सकती है जबकि अक्टूबर के बाद 50 बेसिस पॉइंट्स में कटौती हो सकती है। यानी इस वित्त वर्ष में 125 बेसिस पॉइंट्स की कटौती का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 25 बेसिस पॉइंट्स की तुलना में एक बार में 50 बेसिस पॉइंट्स का बड़ा कट ज्यादा असरदार हो सकता है। इसके पहले SBI Research ने FY26 में रेपो रेट में 1% यानी 100 बेसिस पॉइंट्स की कटौती का अनुमान लगाया था।
अगर SBI रिसर्च का अनुमान सही होता है तो लेनदारों को आने वाली चार तिमाहियों तक एक बड़ी राहत मिल सकती है। फिलहाल, ज्यादातर घरों और कारों के लोन रेपो रेट के साथ ही लिंक हैं। रेपो रेट में कटौती होने पर इन लोन के ऊपर लगाई जा रही ब्याज दरों में भी कटौती होती है जिसका फायदा लेनदारों को मिलता है।
इसके पहले किए गए दो रेपो रेट कट का फायदा बैंक लेनदानों तक दे चुके हैं। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ समय तक इस ट्रेंड से लेनदारों को राहत मिलेगी।
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