पर्सनल फाइनेंस
2 min read | अपडेटेड February 13, 2025, 14:58 IST
सारांश
New Income Tax Bill: नए आयकर विधेयक में टैक्स से जुड़े प्रावधानों को आसान बनाने की कोशिश ताकि मुकदमे और विवाद कम किए जा सकें।
निर्मला सीतारमण ने पेश किया नया आयकर विधेयक, 2025।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने गुरुवार, 13 फरवरी को लोक सभा में नया आयकर विधेयक, 2025 (New Income Tax Bill, 2025) पेश कर दिया है। यह 6 दशक पहले आए आयकर कानून, 1961 (Income Tax Act, 1961) की जगह लेगा।
इसका मकसद टैक्स से जुड़े प्रावधानों को आसान करना है ताकि करदाता इससे सरलता से समझ सकें और पालन हो सके। इसके जरिए टैक्स से जुड़े मुकदमे और विवादों को कम करने की कोशिश की जाएगी।
वित्त मंत्री के सदन में बिल पेश करने के बाद लोक सभा की कार्रवाई 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सीतारमण ने बिल के रिव्यू के लिए वित्तीय मामलों की संसदीय स्टैंडिंग कमिटी बनाने का आग्रह किया है। अब यह कमिटी विधेयक की समीक्षा करेगी जिसके बाद संसद में इस पर चर्चा की जाएगी।
इस विधेयक में में ‘सैलरी’ के तहत आने वाली आमदनी के मतलब को समझने में आसान बनाने के लिए कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। नए विधेयक में आमदनी की 5 श्रेणियां हैं जबकि सैलरी की श्रेणी में तीन अलग-अलग तरह के भुगतान आते हैं।
वेतन, ऐन्युटी या पेंशन, ग्रेच्युटी, फीस या कमीशन, अनुलाभ, सैलरी के अलावा अतिरिक्त प्रॉफिट, अडवांस सैलरी, लीव एनकैशमेंट, टैक्स-फ्री लिमिट के आगे प्रॉविडेंट फंड में योगदान, केंद्र सरकार या किसी और नियोक्ता द्वारा कर्मचारी पेंशन योजना अकाउंट में दिया जाने वाला योगदान, अग्निवीर कॉर्पस में केंद्र सरकार द्वारा दिया गया योगदान को सैलरी माना गया है।
स्टैंडिंग कमिटी विधेयक को रिव्यू करके अपने सुझाव संसद को देगी। इन पर और विधेयक के प्रावधानों पर संसद में चर्चा की जाएगी। मौजूदा ड्राफ्ट को या तो ऐसे ही पारित किया जा सकता है या संसद में रखे गए सुझावों के आधार पर बदलाव भी किए जा सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में अभी वक्त लगेगा। माना जा रहा है कि अगले साल 1 अप्रैल, 2026 से यह लागू हो सकता है।
संबंधित समाचार
लेखकों के बारे में
अगला लेख