पर्सनल फाइनेंस
4 min read | अपडेटेड May 12, 2025, 13:52 IST
सारांश
पर्सनल लोन के साथ आपको इंश्योरेंस का भी ऑप्शन मिलता है, क्या यह लेना सही फैसला है, क्या पर्सनल लोन के साथ इंश्योरेंस लेना अनिवार्य है? क्या बिना इंश्योरेंस के पर्सनल लोन बहुत ज्यादा भारी पड़ सकता है? चलिए समझते हैं क्या है पर्सनल लोन पर इंश्योरेंस।
क्या पर्सनल लोन पर इंश्योरेंस लेनी चाहिए, क्या होते हैं फायदे-नुकसान?
मौजूदा दौर में पर्सनल लोन लोगों की जरूरत बनता जा रहा है। घर में शादी हो, मेडिकल इमरजेंसी हो या फिर घर का रेनोवेशन कराना हो या फिर एकमुश्त क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाना हो, इन सभी जरूरतों के लिए पर्सनल लोन लेना काफी कॉमन हो चुका है। पर्सनल लोन की सुविधा के साथ-साथ इससे जुड़े रिस्क भी आपको पता होने चाहिए और जहां रिस्क होता है, वहां इंश्योरेंस की भी जरूरत नजर आने लगती है। पर्सनल लोन लेते समय इंश्योरेंस कराना चाहिए या नहीं? क्या पर्सनल लोन लेते समय इंश्योरेंस लेना अनिवार्य होता है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जो कई लोगों के जहन में उठते हैं। चलिए समझते हैं कि पर्सनल लोन को इश्योरेंस के साथ लेना बेहतर होता है या उसके बिना, इसके फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं और इसको लेकर लोगों की अलग-अलग धारणा क्या हैं?
पर्सनल लोन इंश्योरेंस को पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस के नाम से भी जाना जाता है, दरअसल जब आप पर्सनल लोन लेते हैं, तो आपको एक ऑप्शन मिलता है, जिसमें आपसे पूछा जाता है कि क्या आप पर्सनल लोन इंश्योर कराना चाहते हैं? चलिए समझते हैं कि क्या है पर्सनल लोन इंश्योरेंस? अगर आपके साथ कोई अप्रत्याशित घटना हो जाती है, तो यह इंश्योरेंस आपके पर्सनल लोन की पेमेंट करने में मदद करता है। जैसे कि अगर लोन रिपेमेंट पीरियड के दौरान आपकी मृत्यु हो जाती है, आप गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं, आपके पास कमाई नहीं होती या फिर विकलांगता चलते आप काम करने में असमर्थ हो जाते हैं, तो ऐसे में यह इंश्योरेंस बचे हुए लोन अमाउंट को कवर करेगा। यह आपको और आपके प्रियजनों को फाइनेंशियल स्ट्रेस से बचा सकता है। यहां आपको यह बता दें कि पर्सनल लोन इंश्योरेंस लेना अनिवार्य नहीं होता है, उधारकर्ता इसको लेकर फैसला ले सकता है कि उसे अपना पर्सनल लोन इंश्योर कराना है या नहीं। इसके अलावा आपको बता दें कि पर्सनल लोन इंश्योरेंस लेने पर आप पर ईएमआई का प्रेशर बढ़ सकता है। ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि पहले आप अपनी पेमेंट कैपेसिटी को जांच लें और उसके बाद फैसला लें कि आपको पर्सनल लोन इंश्योरेंस लेना है या नहीं।
इससे आपको मन की शांति मिल सकती है, साथ अप्रत्याशित स्थिति में यह आपके लोन अमाउंट को कवर देता है, जिससे आपके परिजन फाइनेंशियल स्ट्रेस से बच सकते हैं। अगर आपको कुछ होता है, तो ऐसी स्थिति में पर्सनल लोन इंश्योरेंस सुनिश्चित करता है कि आपकी फैमिली पर लोन चुकाने का एक्स्ट्रा बोझ ना पड़े।
इससे आपकी मंथली ईएमआई और ज्यादा हो जाती है। अगर आपको कम समय के लिए पर्सनल लोन लेना है और आपके पास बैकअप भी है, तो ऐसे में पर्सनल लोन पर इंश्योरेंस नहीं लेकर भी आपका काम आसानी से चल सकता है।
पर्सनल लोन इंश्योरेंस लेना अनिवार्य नहीं है। यह उधारकर्ता अपनी पेइंग कपैसिटी (भुगतान की क्षमता) के हिसाब से चुन सकता है कि उसे पर्सनल लोन इंश्योरेंस लेना है या नहीं? यह आर्टिकल आपको पर्सनल लोन इंश्योरेंस लेने के लिए बाधित करने के लिए नहीं लिखा गया है, बल्कि हम आपको दोनों परिस्थितियों के बारे में अवगत कराना चाहते हैं।
संबंधित समाचार
लेखकों के बारे में
अगला लेख