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8वां वेतन आयोग आ रहा है। पहले भी हर आयोग में सैलरी में बड़ा बदलाव हुआ है। अब जानिए कैसे 5वें से 7वें आयोग में 605% बढ़ा वेतन।
5वें वेतन आयोग में न्यूनतम वेतन ₹2,550 था। इसमें केवल मूल वेतन और महंगाई भत्ता शामिल था।
6वें आयोग ने वेतन ₹7,000 कर दिया। इसमें पढ़ाई, इलाज और त्योहार जैसे खर्चों को जोड़कर वेतन तय किया गया।
7वें वेतन आयोग ने बड़ी छलांग लगाई। न्यूनतम वेतन ₹18,000 कर दिया गया जो 6वें से 2.57 गुना था।
ILC के नियमों को आधार मानकर वेतन तय किया गया। इसमें एक सम्मानजनक जीवन की जरूरतों को जोड़ा गया।
5वें आयोग ने पुराने वेतन में DA जोड़ा, फिर 30.9% बढ़ाकर ₹2,550 तय किया था।
6वें आयोग ने पहले ₹5,479 तय किया और 22% बढ़ाकर ₹7,000 किया गया, ताकि कर्मचारियों को बेहतर सुविधा मिले।
7वें आयोग ने कहा ₹18,000 वेतन एक अच्छा जीवन स्तर देने के लिए पर्याप्त है और यह न्यायसंगत है।
8वां वेतन आयोग बनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसमें वेतन तय कैसे होगा, यह आने वाले समय में पता चलेगा।
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