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3 min read | अपडेटेड March 11, 2025, 11:39 IST
सारांश
8th Pay Commission: 8वां वेतन आयोग की सिफारिशें कब सामने आएंगी और इसे कब लागू किया जाएगा, इसको लेकर काफी चर्चा चल रही है। 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी मिलने के बाद उम्मीद की जा रही है कि 1 जनवरी 2026 से इसे लागू भी किया जाएगा। 8वें वेतन आयोग में बेसिक सैलरी में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
8th Pay Commission: 8वें वेतन आयोग की घोषणा हो चुकी है और यह 1 जनवरी, 2026 से लागू हो सकता है।
1947 में पहले वेतन आयोग में कर्मचारियों की जीवनशैली बेहतर करने की कोशिश की गई थी और तब सैलरी 55 रुपये प्रति महीने फिक्स की गई थी। पे स्ट्रक्चर में एकरूपता लाने के लिए अधिकतम सैलरी और न्यूनतम सैलरी में 1:41 रेशियो रखा गया था।
1959 में दूसरे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू की गईं, तब प्रति महीने सैलरी 55 रुपये से 80 रुपये कर दी गई। इस दौरान फैमिली अलाउंस और रिटायरमेंट बेनेफिट्स भी दिए गए।
1973 में तीसरे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू हुईं और तब न्यूनतम सैलरी 185 रुपये प्रति महीने कर दी गई। महंगाई से निपटने के लिए तब महंगाई भत्ता भी सैलरी में जोड़ा गया।
1986 में फिर चौथा वेतन आयोग आया, जहां सैलरी 750 रुपये प्रति महीने कर दी गई। इसमें सिफारिश की गई कि हाउसिंग और ट्रैवल अलाउंस सैलरी में बढ़ाया जाए।
1997 में 5वां वेतन आयोग आया, जहां सैलरी 2,250 रुपये प्रति महीने कर दी गई। 5वें वेतन आयोग की सिफारिशों में कहा गया कि 50% महंगाई भत्ता बेस सैलरी में मिला दिया जाए, जिससे फाइनेंशियल स्टेबिलिटी मिले।
2008 में छठा वेतन आयोग आया, जहां मिनिमम सैलरी 7000 रुपये प्रति महीने कर दी गई। पे बैंड और ग्रेड पे सिस्टम भी तक भी आया, जिससे सैलरी स्ट्रक्चर बेहतर हो।
2016 में सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू किया गया। तब 18,000 रुपये प्रति महीने न्यूनतम सैलरी फिक्स की गई। पे बैंड और ग्रेड पे सिस्टम की जगह पे मैट्रिक्स लाया गया।
सातवें वेतन आयोग के तहत, फिटमेंट फैक्टर 2.57 पर सेट किया गया था, जिसने मिनिमम बेस सैलरी को 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये कर दिया गया था। फिटमेंट फैक्टर एक गुणक है जिसे संशोधित सैलरी मैट्रिक्स के तहत नई सैलरी की गणना करने के लिए मौजूदा बेस सैलरी पर लागू किया जाता है। आठवें वेतन आयोग के लिए उम्मीद की जा रही है कि फिटमेंट फैक्टर बढ़कर 2.86 हो जाएगा, जिससे संभावित रूप से न्यूनतम बेसिक सैलरी 51,480 रुपये हो सकती है, जो फिलहाल 18,000 रुपये से 186% अधिक है।
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