मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड May 13, 2025, 17:26 IST
सारांश
Tata Motors Q4: जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 51 फीसदी घटकर 8470 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 17407 करोड़ रुपये था। तिमाही नतीजों के साथ ही कंपनी ने अपने शेयरधारकों के लिए 6 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया है।
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मार्च तिमाही के दौरान Tata Motors का रेवेन्यू बढ़कर 1,19,503 करोड़ रुपये हो गया।
नतीजों के साथ ही कंपनी ने डिविडेंड का भी ऐलान किया है। टाटा मोटर्स के शेयरों में आज 13 मई को 1.76 फीसदी की गिरावट रही और यह 707.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद नतीजे जारी किए।
टाटा मोटर्स की कंसोलिडेटेड टोटल रेवेन्यू 0.4 फीसदी बढ़कर 1,19,503 करोड़ रुपये हो गई, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 1,19,033 करोड़ रुपये थी, जो अनुमान से कम है। कंपनी ने कहा कि तिमाही में कुल खर्च एक साल पहले के 1,11,136 करोड़ रुपये की तुलना में कम होकर 1,09,056 करोड़ रुपये रहा।
Q4 नतीजों के साथ टाटा मोटर्स ने वित्तीय वर्ष 2025 के लिए 6 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के फाइनल डिविडेंड की घोषणा की। पात्र शेयरधारकों को 24 जून को या उससे पहले डिविडेंड का भुगतान किया जाएगा।
एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने कहा "बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने आज आयोजित अपनी बैठक में 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए ₹2 प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 6 रुपये (@ 300%) के फाइनल डिविडेंड की घोषणा की सिफारिश की है।" अगर एजीएम में डिविडेंड को मंजूरी मिलती है तो पात्र शेयरधारकों को 24 जून 2025 को या उससे पहले भुगतान किया जाएगा।
इस तिमाही में जगुआर लैंड रोवर (JLR) की बिक्री 1.1% बढ़ी है। इसकी वजह है उत्तरी अमेरिका और यूरोप में उनके लग्ज़री SUV गाड़ियों की अच्छी मांग। हालांकि, पिछले कुछ तिमाहियों में चीन में बिक्री घटने के कारण ग्रोथ धीमी हुई है, लेकिन JLR का यह ज्यादा मुनाफा देने वाला बिजनेस Tata Motors को सपोर्ट कर रहा है। खासकर भारत में जहां कंपनी कार, ट्रक और बसें बेचती है, वहां मांग कमजोर रही है। फिर भी, JLR की आमदनी 2.4% बढ़ी है।
Tata Motors के ग्रुप CFO पी.बी. बालाजी ने कहा, "बाहर की मुश्किल परिस्थितियों के बावजूद कंपनी ने FY25 में शानदार प्रदर्शन किया है। हमें अब तक की सबसे ज्यादा आमदनी और PBT (bei) मिला है। पूरी कंपनी का ऑटोमोबाइल बिजनेस अब कर्ज़-मुक्त हो गया है, जिससे ब्याज का खर्च भी कम हुआ है।"
कंपनी ने यह भी कहा कि दुनियाभर में लगने वाले टैरिफ और भू-राजनीतिक तनावों के कारण बिजनेस करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। हालांकि, प्रीमियम लग्ज़री गाड़ियों का ग्लोबल बाजार और भारत का घरेलू बाजार इन चुनौतियों को बेहतर तरीके से झेलने की क्षमता रखते हैं।
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