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  1. ये अचानक से सुजलॉन के शेयर में क्यों आ गई तेजी? समझिए ग्रोथ के पटरी पर कैसी है कंपनी की स्पीड

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ये अचानक से सुजलॉन के शेयर में क्यों आ गई तेजी? समझिए ग्रोथ के पटरी पर कैसी है कंपनी की स्पीड

Upstox

3 min read | अपडेटेड December 12, 2025, 10:31 IST

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सारांश

सुजलॉन एनर्जी को 2007 से जुड़े एक पुराने टैक्स विवाद में बड़ी राहत मिली है। CESTAT मुंबई ने कंपनी पर लगाई गई 21.92 करोड़ रुपये की पेनल्टी को रद्द कर दिया है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। कंपनी ने सितंबर तिमाही में भी अच्छा प्रदर्शन किया था।

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सुजलॉन एनर्जी को टैक्स पेनल्टी में मिली राहत से निवेशकों में खुशी।

रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी के लिए गुरुवार की शाम एक बड़ी खुशखबरी लेकर आई, जिसका असर शुक्रवार को शेयर बाजार खुलते ही देखने को मिला। कंपनी ने शेयर बाजार को जानकारी दी है कि उसे एक पुराने टैक्स विवाद में बड़ी राहत मिली है। मुंबई स्थित कस्टम्स, एक्साइज एंड सर्विस टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल (CESTAT) ने कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए 21.92 करोड़ रुपये की पेनल्टी को पूरी तरह से माफ कर दिया है। यह खबर आते ही निवेशकों का भरोसा एक बार फिर मजबूत हुआ है और शेयर में तेजी आ गई।

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क्या था पूरा मामला?

यह विवाद आज का नहीं बल्कि काफी पुराना है। दरअसल, यह मामला साल 2007 से 2011 के बीच का है। उस समय कंपनी ने प्रोडक्ट डेवलपमेंट और परचेज एग्रीमेंट के तहत कुछ डिजाइन और ड्रॉइंग्स का आयात (Import) किया था। टैक्स विभाग का कहना था कि इन ट्रांजैक्शन्स पर 'डिजाइन सर्विस टैक्स' लगना चाहिए। इसी आधार पर पुणे-III कमिश्नरेट के सेंट्रल एक्साइज और सर्विस टैक्स कमिश्नर ने कंपनी पर भारी पेनल्टी लगा दी थी। कंपनी ने अपनी सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही की रिपोर्ट में भी इस विवाद का जिक्र किया था, जिसमें कुल मिलाकर टैक्स, पेनल्टी और ब्याज समेत करीब 101.92 करोड़ रुपये की मांग की गई थी।

सुजलॉन एनर्जी ने हार नहीं मानी और इस फैसले को चुनौती दी। कंपनी ने मेरिट और समय सीमा दोनों आधारों पर CESTAT में अपील की। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, जिसने इसे वापस CESTAT को भेज दिया। आखिरकार 10 दिसंबर 2025 को CESTAT मुंबई ने कंपनी की दलीलों को सही माना और फैसला सुजलॉन के पक्ष में सुनाया। ट्रिब्यूनल ने पूरी पेनल्टी को शून्य घोषित कर दिया, जिससे कंपनी के सिर से एक बड़ा बोझ हट गया है।

कैसी है कंपनी की ग्रोथ की रफ्तार?

सुजलॉन एनर्जी अब केवल कानूनी जीत तक सीमित नहीं है, बल्कि बिजनेस के मोर्चे पर भी यह तेजी से आगे बढ़ रही है। कंपनी ने हाल ही में वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के नतीजे घोषित किए थे, जो काफी उत्साहजनक रहे। इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 96 प्रतिशत बढ़कर 201 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, कंपनी की आय (Revenue) भी 48 प्रतिशत बढ़कर 2,093 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। कंपनी के पास ऑर्डर्स की कोई कमी नहीं है और उसकी ऑर्डर बुक अब तक के सबसे हाई लेवल 5.1 गीगावाट पर पहुंच गई है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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