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4 min read | अपडेटेड April 07, 2025, 09:27 IST
सारांश
Dow Jones Industrial में शुक्रवार को 5.50 फीसदी की भारी गिरावट आई और यह 38,314.86 पर आ गया है। इसके अलावा, S&P 500 इंडेक्स भी करीब 6 फीसदी टूटकर 5,074.08 के लेवल पर आ गया। इसके अलावा, Nasdaq Composite में 5.82 फीसदी की कमजोरी रही
Stock Market: एशियाई बाजारों में भी आज सोमवार को अफरा-तफरी का माहौल है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के जवाबी टैरिफ का चीन ने भी टैरिफ के साथ जवाब दिया है। चीन ने अमेरिका से आने वाले सामानों पर 34 फीसदी का टैरिफ लगाया है। बढ़ते ट्रेड वॉर का असर दुनियाभर के शेयर बाजारों में दिख रहा है। शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट पर भारी बिकवाली देखी गई, जिसके बाद पूरे एशिया के बाजारों में जबरदस्त दबाव है।
Dow Jones Industrial में शुक्रवार को 5.50 फीसदी की भारी गिरावट आई और यह 38,314.86 पर आ गया है। इसके अलावा, S&P 500 इंडेक्स भी करीब 6 फीसदी टूटकर 5,074.08 के लेवल पर आ गया। इसके अलावा, Nasdaq Composite में 5.82 फीसदी की कमजोरी रही और यह 15,587.79 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में भी आज सोमवार को अफरा-तफरी का माहौल है। गिफ्ट निफ्टी करीब 900 अंक नीचे ट्रेड कर रहा है। Nikkei 225 और Straits Times में करीब 7 फीसदी की गिरावट है।
Hang Seng 9.71 फीसदी टूट गया है। Taiwan Weighted में भी 9.69 फीसदी की भयंकर बिकवाली दिख रही है। KOSPI में 4.68 फीसदी की कमजोरी है। इसके अलावा, Shanghai Composite में 6.24 फीसदी की गिरावट है।
खास तौर पर चिंता की बात यह है कि बिकवाली सभी एसेट क्लास में देखी गई। कच्चे तेल की कीमतें 60 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई हैं और शुक्रवार को करीब 3% की गिरावट के बाद सोना 3,037.79 डॉलर पर है। इसके अलावा, भारी नुकसान के बावजूद ट्रंप ने संकेत दिया कि वह बाजार के नुकसान को लेकर चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा, "मैं नहीं चाहता कि कुछ भी नीचे जाए। लेकिन कभी-कभी आपको कुछ ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है।"
दुनिया का ट्रेड सिस्टम बहुत उथल-पुथल में है और कोई भी इससे बचा नहीं है। जैसे ही बाज़ार कुछ संभलने लगे थे, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से भारी टैक्स लगा दिए। उन्होंने इसे "मुक्ति दिवस" कहा और हर जगह पर सख्त आयात शुल्क लगा दिए। ट्रंप ने कहा कि इससे अमेरिका को "बेहतर मोल-भाव की ताकत" मिलेगी। लेकिन इसका असर उल्टा हुआ। जवाब में चीन ने अमेरिका की सभी चीज़ों पर 34% का भारी टैक्स लगा दिया।
अमेरिकी स्टॉक मार्केट (Wall Street) में बड़ी गिरावट आई। S&P 500 इंडेक्स पिछले 11 महीनों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। सिर्फ दो दिनों में 5.4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हो गया। यह मार्च 2020 के बाद सबसे खराब एक-दिन की गिरावट थी। बड़ी टेक कंपनियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ – टेस्ला 10% गिरी, एनविडिया और एप्पल में 7% से ज़्यादा गिरावट आई। Nasdaq 100 अब "bear market" में आ गया है।
सवाल यह है कि भारत जवाब देगा या समझौता करेगा जहां चीन ने अमेरिका को कड़ा जवाब दिया, वहीं भारत नरमी से पेश आ रहा है। रॉयटर्स के अनुसार, जापान, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया और भारत जैसे देश अमेरिका से टकराने की बजाय उससे कुछ रियायतें मांग रहे हैं। वियतनाम और कंबोडिया जैसे देश या तो कम टैक्स की बातचीत कर रहे हैं या फिर देरी की मांग कर रहे हैं। इसी बीच ब्रिटेन एक अलग आर्थिक समझौते की कोशिश में जुटा है।
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