मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड April 07, 2025, 15:58 IST
सारांश
Stock Market: ट्रेड वॉर के बीच अमेरिका में मंदी की आशंका जताई जा रही है। वहीं, विदेशी निवेशकों (FII) ने अप्रैल में एक बार फिर बिकवाली शुरू कर दी है। इसके अलावा, RBI की बैठक और तिमाही नतीजों से पहले निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं। इन सभी वजहों के चलते आज मार्केट पर जबरदस्त दबाव दिखा।
Stock Market: आज के कारोबार में BSE Sensex में 2226.79 अंक या 2.95 फीसदी की गिरावट आई।
ट्रेड वॉर के बीच अमेरिका में मंदी की आशंका जताई जा रही है। वहीं, विदेशी निवेशकों (FII) ने अप्रैल में एक बार फिर बिकवाली शुरू कर दी है। इसके अलावा, RBI की बैठक और तिमाही नतीजों से पहले निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं। इन सभी वजहों के चलते आज मार्केट पर जबरदस्त दबाव दिखा।
आज के कारोबार में BSE Sensex में 2226.79 अंक या 2.95 फीसदी की गिरावट आई और यह लुढ़ककर 73,137.90 के स्तर पर आ गया। इसके अलावा, Nifty 50 भी 742.85 अंक या 3.24 फीसदी लुढ़क गया और 22,161.60 के स्तर पर बंद हुआ।
Sensex के 30 शेयरों की बात करें तो इनमें से सभी लाल निशान पर बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा बिकवाली Tata Steel, Larsen & Toubro, Tata Motors और Kotak Mahindra Bank के शेयरों में देखने को मिली है।
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी अच्छी-खासी बिकवाली देखने को मिली है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 3.63 फीसदी तक टूट गया। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में भी करीब 3.88 फीसदी की गिरावट आई।
सेक्टरवाइज बात करें तो NSE पर सभी इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी मेटल में रही और यह 6.75 फीसदी टूट गया। निफ्टी रियल्टी में 5 फीसदी से अधिक की गिरावट रही। निफ्टी बैंक इंडेक्स भी करीब 3 फीसदी लुढ़क गया है।
निफ्टी ऑटो, मीडिया और प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से अधिक टूट गए। निफ्टी आईटी, फार्मा, PSU बैंक और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में भी 2 फीसदी से अधिक की कमजोरी आई।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में टैरिफ बढ़ा दिए हैं, जिसके जवाब में चीन ने भी कड़े कदम उठाए। इससे दुनियाभर के बाजारों में घबराहट फैल गई। ट्रंप ने कहा बाजार में गिरावट को नजरअंदाज करते हुए कहा, "कभी-कभी कुछ ठीक करने के लिए कड़वी दवा लेनी पड़ती है।"
टैरिफ हाइक के बीच कई एक्सपर्ट्स ने अमेरिका में मंदी की आशंका जताई है। इस वजह से भी बाजार में डर का माहौल तैयार हो गया है, जिसके चलते बिकवाली देखने को मिल रही है।
एशिया के शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट आई, जैसे कि वॉल स्ट्रीट में हुई। हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स लगभग 11% गिरा, टोक्यो का निक्केई 225 इंडेक्स 7% गिरा, शंघाई कंपोजिट 6% से ज्यादा गिरा और दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 5% गिर गया। जापान में स्टॉक फ्यूचर्स को तो ट्रेडिंग के दौरान रोकना पड़ा क्योंकि वे निचली सीमा तक गिर गए थे।
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