मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड March 26, 2025, 15:50 IST
सारांश
Stock Market closing: आज सेंसेक्स के 30 में से ज्यादातर शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। सबसे ज्यादा बिकवाली NTPC, Zomato, टेक महिंद्रा और बजाज फाइनेंस के शेयरों में रही। इसके अलावा, Indusind Bank के शेयरों में आज खरीदारी हुई है। Bharti Airtel, Titan Company और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के शेयर हरे निशान पर बंद हुए।
Stock Market: आज के कारोबार में स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में बिकवाली देखी गई।
आज सेंसेक्स के 30 में से ज्यादातर शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। इनमें से 25 शेयरों में गिरावट देखी गई, जबकि केवल 5 शेयर ही हरे निशान पर बंद हुए। सबसे ज्यादा बिकवाली NTPC, Zomato, टेक महिंद्रा और बजाज फाइनेंस के शेयरों में रही।
इसके अलावा, Indusind Bank के शेयरों में आज खरीदारी हुई है। Titan Company, HCL टेक और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के शेयर हरे निशान पर बंद हुए।
आज के कारोबार में स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में बिकवाली देखी गई। इसके चलते NSE पर निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 1.07 फीसदी लुढ़क गया। इसके अलावा, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में भी 0.62 फीसदी की गिरावट आई है।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी ऑटो को छोड़कर सभी सेक्टर लाल निशान पर बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी मीडिया में रही, जो कि दो फीसदी से अधिक टूट गया। निफ्टी ऑटो में महज 0.02 फीसदी की बढ़त रही।
निफ्टी PSU बैंक, रियल्टी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में करीब एक फीसदी से अधिक की गिरावट रही। इसके अलावा, निफ्टी बैंक, FMCG, आईटी, मेटल और फार्मा इंडेक्स भी लाल निशान पर बंद हुए।
निवेशक अमेरिकी व्यापार नीति को लेकर अनिश्चितता के कारण सतर्क बने हुए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को टैरिफ की घोषणा करने का वादा किया है। उन्होंने इसे "स्वतंत्रता दिवस" बताया है, क्योंकि वह व्यापारिक भागीदारों पर अनुचित व्यापार नीतियों का आरोप लगाते रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि "कुछ अपवाद होंगे, लेकिन बहुत अधिक नहीं।" इस अस्पष्टता के कारण वैश्विक बाजारों, जिसमें भारत भी शामिल है, में अस्थिरता बढ़ गई है।
पिछले हफ्ते बाजार में तेज बढ़त देखी गई थी। वहीं, इस हफ्ते भी पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार में मजबूती देखी गई। इसके बाद अब निवेशकों ने प्रॉफिट बुकिंग का फैसला किया, जिससे बाजार में गिरावट आई है।
भारतीय रुपया शुरुआती कारोबार में 6 पैसे गिरकर 85.78 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। इसकी वजह घरेलू शेयर बाजार की कमजोरी और अमेरिकी डॉलर की मजबूती रही। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, नकदी की कमी, टैरिफ को लेकर चिंता और आयातकों की महीने के अंत में डॉलर की बढ़ी हुई मांग ने रुपये पर दबाव बनाया। मंगलवार को रुपया अपनी सात दिनों की बढ़त रोकते हुए 11 पैसे की गिरावट के साथ 85.72 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
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