मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड March 21, 2025, 14:29 IST
सारांश
PhysicsWallah ने स्पष्ट किया कि प्री-फाइलिंग DRHP इस बात की गारंटी नहीं है कि कंपनी IPO के साथ आगे बढ़ेगी। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग प्रक्रिया के तहत कंपनी को यह सुविधा मिलती है कि वह कंपटीटर्स से अपनी सेंसेटिव वित्तीय जानकारी और अन्य डिटेल का खुलासा किए बिना प्रक्रिया पूरी कर सकती है।
PhysicsWallah ने IPO पेपर कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट के जरिए दाखिल किया गया है।
बुधवार को नोएडा स्थित PhysicsWallah ने कहा कि उसने स्टॉक एक्सचेंजों के मेनबोर्ड पर अपने इक्विटी शेयरों की प्रस्तावित इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग के संबंध में ICDR विनियमों के तहत सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों के साथ प्री-DRHP दाखिल किया है।
PhysicsWallah ने स्पष्ट किया कि प्री-फाइलिंग DRHP इस बात की गारंटी नहीं है कि कंपनी IPO के साथ आगे बढ़ेगी। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग प्रक्रिया के तहत कंपनी को यह सुविधा मिलती है कि वह कंपटीटर्स से अपनी सेंसेटिव वित्तीय जानकारी और अन्य डिटेल का खुलासा किए बिना प्रक्रिया पूरी कर सकती है।
PhysicsWallah उन चुनिंदा कंपनियों में शामिल हो गई, जिन्होंने अपनी डिटेल का खुलासा किए बिना आईपीओ की प्रक्रिया पूरी की। पिछले साल Swiggy और Vishal Mega Mart ने भी इसी तरीके से अपने IPO को बाजार में उतारा था।
इससे पहले, ऑनलाइन होटल एग्रीगेटर OYO ने 2023 में गोपनीय फाइलिंग का तरीका अपनाया था, लेकिन उसने अपने शेयर बाजार में नहीं उतारे। Tata Play (पहले Tata Sky) भारत की पहली कंपनी थी, जिसने दिसंबर 2022 में गोपनीय तरीके से ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए और अप्रैल 2023 में सेबी से मंजूरी मिली, लेकिन उसने भी सार्वजनिक रूप से शेयर जारी नहीं किए।
कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग प्रक्रिया में कंपनी पर IPO लाने का दबाव नहीं होता। पारंपरिक प्रक्रिया में कंपनियों को सेबी की मंजूरी के 12 महीनों के भीतर IPO लॉन्च करना होता है, जबकि गोपनीय फाइलिंग के तहत कंपनियां सेबी की अंतिम टिप्पणियों के 18 महीनों के भीतर IPO जारी कर सकती हैं। इस प्रक्रिया में कंपनी को अपने प्राइमरी इश्यू का साइज 50% तक बदलने की सुविधा भी मिलती है, जब तक कि अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) फाइल न हो जाए।
PhysicsWallah की स्थापना 2020 में हुई थी और यह छात्रों को किफायती और व्यापक शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इसकी उपस्थिति ऑनलाइन, ऑफलाइन और हाइब्रिड मोड में है, जिससे यह भारत के 98% पिन कोड तक पहुंच चुका है।
सितंबर में, PhysicsWallah ने हॉर्नबिल कैपिटल के नेतृत्व में 210 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए, जिससे कंपनी का मूल्यांकन 2.8 बिलियन USD हो गया, जो पहले की तुलना में 2.5 गुना अधिक था।
संबंधित समाचार
लेखकों के बारे में
अगला लेख