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OYO की पेरेंट कंपनी IPO के जरिए जुटा सकती है ₹6650 करोड़, 20 दिसंबर को बुलाई गई विशेष बैठक

Upstox

2 min read | अपडेटेड November 29, 2025, 11:45 IST

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सारांश

यह Oyo का IPO लाने का पहला मौका नहीं है। कंपनी इससे पहले दो बार IPO की कोशिश कर चुकी है। पहली कोशिश 2021 में हुई, जब कंपनी ने अपना DRHP दाखिल किया था और लगभग $1.2 बिलियन जुटाने की योजना बनाई थी, लेकिन बाजार की खराब स्थिति की वजह से IPO आगे नहीं बढ़ा।

OYO IPO

IPO से पहले OYO अपनी कैपिटल स्ट्रक्चर में बदलाव भी कर रही है।

Oyo की पैरेंट कंपनी Prism ने 20 दिसंबर को एक विशेष बैठक (EGM) बुलाने का नोटिस जारी किया है। इस बैठक में कंपनी शेयरधारकों से मंजूरी मांगेगी कि वह IPO के तहत नए शेयर जारी करके लगभग ₹6,650 करोड़ जुटा सके। यह कदम दिखाता है कि Oyo पब्लिक मार्केट में लिस्ट होने की अपनी योजना को फिर से आगे बढ़ाना चाहती है और इस बार तैयारी पहले से ज़्यादा गंभीर है।

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क्या है EGM का एजेंडा?

ग्लोबल ट्रैवल टेक प्लेटफॉर्म ने अपने शेयरहोल्डर्स को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्हें EGM और उसके एजेंडा के बारे में बताया गया है। इसके मुताबिक शेयरहोल्डर्स हर 19 मौजूदा इक्विटी शेयर पर 1 पूरी तरह से पेड-अप इक्विटी शेयर जारी करने के बोनस इश्यू प्रपोजल पर भी वोट करेंगे, जिसमें एलिजिबल शेयरहोल्डर्स तय करने के लिए 5 दिसंबर 2025 को रिकॉर्ड डेट तय की गई है।

बोनस शेयर कंपनी के शेयर प्रीमियम और रिजर्व से जारी किए जाएंगे, जो कंपनी अधिनियम, 2013 के नियमों के अनुरूप होगा। बोनस इश्यू और आईपीओ से जुड़ी भविष्य की पूंजी जरूरतों का समर्थन करने के लिए ईजीएम में कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी को 2431 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2491 करोड़ रुपये करने पर भी मत डाले जाएंगे।

Oyo की IPO लाने की तीसरी कोशिश

यह Oyo का IPO लाने का पहला मौका नहीं है। कंपनी इससे पहले दो बार IPO की कोशिश कर चुकी है। पहली कोशिश 2021 में हुई, जब कंपनी ने अपना DRHP दाखिल किया था और लगभग $1.2 बिलियन जुटाने की योजना बनाई थी, लेकिन बाजार की खराब स्थिति की वजह से IPO आगे नहीं बढ़ा।

दूसरी बार 2023 में कंपनी ने चुपचाप यानी कॉन्फिडेंशियल तरीके से नए IPO पेपर्स दाखिल किए और ऑफर का साइज कम करके $400–600 मिलियन कर दिया, लेकिन उस बार भी लिस्टिंग आगे नहीं बढ़ी। अब यह तीसरी कोशिश है, और इस बार कंपनी ज्यादा व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ रही है।

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक IPO से पहले प्रिज्म अपनी कैपिटल स्ट्रक्चर में बदलाव भी कर रही है। कंपनी अपनी ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल को ₹24,31 करोड़ से बढ़ाकर ₹24,91 करोड़ करने का प्रस्ताव लाई है। इसके साथ ही कंपनी की कई सीरीज की compulsorily convertible preference shares (CCPS) मौजूद हैं, जिन्हें IPO से पहले इक्विटी में बदलना अनिवार्य है, ताकि कंपनी सार्वजनिक बाजार के नियमों का पालन कर सके।

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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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