return to news
  1. ITC होटल्स से अपनी हिस्सेदारी क्यों बेच रही ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको कंपनी? 3000 करोड़ का है सौदा

मार्केट न्यूज़

ITC होटल्स से अपनी हिस्सेदारी क्यों बेच रही ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको कंपनी? 3000 करोड़ का है सौदा

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड December 05, 2025, 09:47 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT) आज ITC होटल्स में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। यह सौदा ब्लॉक डील के जरिए होगा जिसकी वैल्यू करीब 3000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। कंपनी ने इसके लिए 205.65 रुपये प्रति शेयर का फ्लोर प्राइस तय किया है। इसका असर आज शेयर की कीमत पर देखने को मिल सकता है।

ITC Hotels bock deal, Dec 5

ITC होटल्स के शेयरों में आज ब्लॉक डील के चलते भारी हलचल देखने को मिल सकती है

ITC होटल्स के निवेशकों के लिए आज यानी शुक्रवार का दिन काफी हलचल भरा रहने वाला है। सिगरेट से लेकर एफएमसीजी सेक्टर में कारोबार करने वाली कंपनी ITC की पैरेंट कंपनी ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT) ने एक बड़ा फैसला लिया है। BAT ने घोषणा की है कि वह ITC होटल्स में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। यह बिक्री ब्लॉक डील के माध्यम से की जाएगी। बाजार खुलते ही इस खबर का असर कंपनी के शेयरों पर देखने को मिल सकता है।

Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

क्या है डील की पूरी डिटेल?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, BAT अपनी सब्सिडियरी कंपनियों के जरिए ITC होटल्स में 7 फीसदी से लेकर 15.3 फीसदी तक हिस्सेदारी बेच सकती है। अगर कंपनी 7 फीसदी हिस्सा बेचती है तो इस डील की वैल्यू करीब 3000 करोड़ रुपये होगी। वहीं अगर पूरी 15.3 फीसदी हिस्सेदारी बेची जाती है तो यह रकम और भी बड़ी हो सकती है। इस ब्लॉक डील के लिए फ्लोर प्राइस 205.65 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। यह कीमत गुरुवार को शेयर के बंद भाव 207.75 रुपये से करीब 1 फीसदी कम है। यानी निवेशकों को मौजूदा भाव से थोड़े डिस्काउंट पर शेयर खरीदने का मौका मिल सकता है।

क्यों बेच रही है कंपनी हिस्सेदारी?

BAT के सीईओ तादेउ मारोको ने इस फैसले के पीछे की वजह भी साफ कर दी है। उनका कहना है कि ITC होटल्स में सीधी हिस्सेदारी रखना उनकी कंपनी की रणनीतिक योजना का हिस्सा नहीं है। यह हिस्सेदारी उन्हें ITC लिमिटेड से होटल कारोबार के अलग होने (डीमर्जर) के बाद मिली थी। कंपनी अब इस हिस्सेदारी को बेचकर जो पैसा जुटाएगी, उसका इस्तेमाल अपना कर्ज कम करने और बैलेंस शीट को मजबूत बनाने में करेगी। कंपनी ने 2026 तक अपने कर्ज को एक निश्चित स्तर तक लाने का लक्ष्य रखा है और यह डील उसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।

लॉक-इन पीरियड और डीमर्जर का गणित

इस डील के साथ एक शर्त यह भी जुड़ी है कि शेयर बेचने के बाद BAT और उसकी सहयोगी कंपनियों पर 60 दिनों का लॉक-इन पीरियड लागू होगा। इसका मतलब है कि वे अगले दो महीने तक बची हुई हिस्सेदारी नहीं बेच पाएंगे। आपको बता दें कि ITC होटल्स इसी साल जनवरी 2025 में एक अलग कंपनी के तौर पर शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी। BAT के पास पहले से ITC लिमिटेड में बड़ी हिस्सेदारी थी, जिसके चलते डीमर्जर के बाद उन्हें होटल कंपनी में भी 15.3 फीसदी शेयर मिले थे।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

अगला लेख