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3 min read | अपडेटेड May 05, 2025, 07:47 IST
सारांश
Investment: Warren Buffett दुनिया के पांचवें सबसे अमीर शख्स हैं। उनकी नेट वर्थ 169 बिलियन डॉलर है। बफे ने यह अकूत संपत्ति एक निवेशक के तौर पर बनाई है। यहां हमने बफे द्वारा बताए गए निवेश के 5 ऐसे जरूरी नियम दिए हैं, जिनके बारे में आपको जानना चाहिए।
Warren Buffett दुनिया के पांचवें सबसे अमीर शख्स हैं। उनकी नेट वर्थ 169 बिलियन डॉलर है।
दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे (Warren Buffett) ने अपनी कंपनी बर्कशायर हैथवे से हटने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वे 2025 के अंत तक बर्कशायर हैथवे के CEO के पद से हट जाएंगे। उनके बाद कंपनी के वाइस चेयरमैन ग्रेग एबेल को यह जिम्मेदारी मिलेगी।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक वॉरेन बफे दुनिया के पांचवें सबसे अमीर शख्स हैं। उनकी नेट वर्थ 169 बिलियन डॉलर है। बफे ने यह अकूत संपत्ति एक निवेशक के तौर पर बनाई है। यहां हमने बफे द्वारा बताए गए निवेश के 5 ऐसे जरूरी नियम दिए हैं, जिनके बारे में आपको जानना चाहिए।
वॉरेन बफे ने यह मंत्र 1983 में अपनी कंपनी बर्कशायर हैथवे के निवेशकों को लिखे पत्र में दिया था। इस कोट का मतलब है कि निवेशकों के लिए किसी भी फायदे के पीछे भागने से पहले, अपने निवेश को सुरक्षित रखना ज़रूरी है ताकि पैसे का नुकसान न हो। शेयर बाजार में नुकसान से बचना सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर आप यह कर पाए, तो निवेश में सफलता पाने के काफी करीब होंगे।
इसका मतलब है कि सस्ते और औसत बिज़नेस में पैसा लगाने के बजाय अच्छी क्वालिटी की कंपनियों में उचित दाम पर निवेश करना बेहतर होता है। इसका मतलब यह है कि अगर कोई कंपनी बहुत अच्छी है – जैसे उसका ब्रांड मजबूत है या बाजार में उसकी लीडरशिप है – तो वह लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। ‘उचित दाम’ का मतलब है कि ज्यादा दाम न चुकाएं, भले ही वह कंपनी शानदार हो। यानी सस्ती चीजों के पीछे भागने के बजाय अच्छी क्वालिटी को प्राथमिकता देनी चाहिए।
इसका मतलब है कि निवेश में भीड़ के उलट सोचना चाहिए। जब बाजार बहुत खुश होता है और सभी शेयर खरीदने की होड़ में होते हैं, तब शेयरों की कीमतें बहुत बढ़ जाती हैं, और जोखिम भी बढ़ जाता है। लेकिन जब बाजार में डर का माहौल होता है, तो अच्छे शेयर सस्ते मिल सकते हैं और वही सही समय होता है खरीदारी का।
शेयर बाजार में सफलता पाने के लिए धैर्य बहुत ज़रूरी है। अच्छी कंपनियों के शेयर में कई साल तक टिके रहना पड़ता है, तभी बड़ा फायदा होता है। जल्दबाज़ लोग अक्सर महंगे दाम पर शेयर खरीदते हैं और डर के मारे जब बाजार गिरता है तो सस्ते में बेच देते हैं। इस तरह वो नुकसान करते हैं, और जिन लोगों ने धैर्य रखा होता है, उन्हें फायदा होता है।
इसका मतलब है कि आपको ऐसा तरीका ढूंढना चाहिए जिससे आपका पैसा खुद आपके लिए काम करे — जैसे कि शेयरों में निवेश, डिविडेंड पाने वाले शेयर, या म्यूचुअल फंड्स। बिना मेहनत के अगर पैसा नहीं बन रहा है, तो आपको अपनी पूरी जिंदगी सिर्फ काम करके ही पैसे कमाने पड़ेंगे।
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