मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड April 23, 2025, 08:07 IST
सारांश
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने चीन पर लगे टैरिफ और Federal Reserve के मुखिया जेरोम पॉवेल को लेकर अपना रुख नरम किया है। ट्रंप का कहना है कि चीन पर लगे टैरिफ नीचे आएंगे लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं होंगे। वहीं, उन्होंने पॉवेल को पद से हटाने के इरादे से भी इनकार किया है। इसके बाद शेयर बाजार में उछाल देखा जा रहा है जबकि सोने के भाव गिरने की उम्मीद है।
आर्थिक तनाव और अनिश्चितता के चलते सोने की डिमांड बढ़ने से भाग रही हैं कीमते।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीन के ऊपर लगे टैरिफ (Tariff) और अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) के चेयरपर्सन जेरोम पॉवेल (Jerome Powell) को लेकर अपना रुख कुछ नरम किया है।
इसके बाद बाजार में हलचल देखी गई है जबकि शुरुआती एशियाई कारोबार में सोने के भावों की रफ्तार कुछ धीमी हुई है। एक दिन पहले $3,500 प्रति आउंस पर पहुंचने के बाद भारत में भी ₹1 लाख पार करने की ओर बढ़ने लगा था।
वाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि चीन पर लगे टैरिफ भविष्य में कम होंगे लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं किए जाएंगे। दरअसल, ट्रेजरी सेक्रटरी स्कॉट बेसेंट ने पहले कहा था कि ज्यादा ऊंचे टैरिफ लंबे समय तक फायदा नहीं देंगे और उन्होंने उम्मीद जताई थी कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर में नरमी देखी जा सकती है।
वहीं, ट्रंप ने कहा कि वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अच्छे से पेश आएंगे और साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा 145% के स्तर से टैरिफ नीचे आएंगे। ट्रंप ने भारत समेत कई देशों के साथ टैरिफ में राहत को लेकर बातचीत की है लेकिन कम से कम 10% बेसलाइन टैरिफ के फैसले पर वह अडिग हैं।
दूसरी ओर ब्याज दरों में कटौती को लेकर फेडरल रिजर्व के साथ आमने-सामने ट्रंप ने कहा कि फेड चेयर जेरोम पॉवेल को हटाने का उनका कोई इरादा नहीं है। ट्रंप ने कहा कि वह बस यह देखना चाहते हैं कि पॉवेल ब्याज दरों को कम करने के बारे में सोचें। इसके पहले ट्रंप ने कहा था कि पॉवेल ज्यादा दिन अपने पद पर बरकरार रहने वाले नहीं हैं।
पॉवेल ने ट्रंप की आर्थिक नीतियों को लेकर कहा था कि इनसे महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याएं और गहरी हो सकती हैं। उनका कहना है कि टैरिफ के कारण बढ़ी हुई अनिश्चितता से गहरा आर्थिक संकट हो सकता है। जेरोम ने यहां तक कह डाला कि ट्रंप नीतियों में जो बदलाव ला रहे हैं वे आधुनिक इतिहास में कभी नहीं देखे गए।
ट्रंप के बदल हुए रुख के बाद वॉल स्ट्रीट की बांछें खिल गईं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इक्विटी इंडेक्स फ्यूचर्स में 2% तक की उछाल देखी गई। जापान के Nikkei और दक्षिण कोरिया के Kospi भी ऊपर चढ़ते नजर आए।
बाजार में हलचल के बीच निवेशकों को फायदा होता दिखा है जिससे मंगलवार को रेकॉर्ड हाई स्तर पर रहने वाले सोने में भी बुधवार को गिरावट की उम्मीद की जा रही है। CNBC TV18 के मुताबिक शुरुआती एशियाई कारोबार में सोने के भाव 1.9% नीचे आ गए।
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