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3 min read | अपडेटेड April 09, 2025, 12:34 IST
सारांश
Banking Stocks: सबसे ज्यादा गिरावट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBIN) के शेयरों में है। यह करीब दो फीसदी टूटकर 752.15 रुपये के भाव पर आ गया है। Bank of Baroda (BoB) के शेयरों में भी दो फीसदी से अधिक की गिरावट है। बैंक निफ्टी इंडेक्स करीब एक फीसदी टूटकर 50,097 के आसपास ट्रेड कर रहा है।
शेयर सूची
Banking Stocks: IDFC First Bank को छोड़कर इंडेक्स में शामिल अन्य सभी शेयर लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं।
सबसे ज्यादा गिरावट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBIN) के शेयरों में है। यह करीब दो फीसदी टूटकर 752.15 रुपये के भाव पर आ गया है। Bank of Baroda (BoB) के शेयरों में भी दो फीसदी से अधिक की गिरावट है। इसके अलावा, Axis Bank के शेयरों में 1.58 फीसदी, ICICI Bank में 0.88 फीसदी, HDFC Bank में 0.64 फीसदी और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 0.92 फीसदी की कमजोरी है।
बैंकिंग शेयरों में गिरावट बैंकों के लिए ब्याज मार्जिन कम होने को लेकर निवेशकों की चिंता को दिखाती है। ब्याज दरों में कटौती आम तौर पर क्रेडिट ग्रोथ के लिए पॉजिटिव होती है। इससे लोन सस्ते हो जाते हैं और क्रेडिट ग्रोथ यानी उधारी बढ़ती है। लेकिन इससे अस्थायी रूप से बैंक की प्रॉफिटेबिलिटी पर असर पड़ता है। खासकर उन बैंकों पर जिनका पैसा फिक्स्ड-रेट पर दिए गए लोन या कम मुनाफे वाले निवेश में लगा होता है।
जब ब्याज दरें घटती हैं, तो ऑटो, बैंकिंग और NBFCs जैसे सेक्टर्स को फायदा होता है, क्योंकि इससे लोन लेना आसान और सस्ता हो जाता है। इससे लोग गाड़ियां और घर जैसी महंगी चीज़ें खरीदने के लिए ज्यादा खर्च करते हैं। इससे बैंकों और NBFCs को भी ज़्यादा लोन देने का मौका मिलता है और उनका बिज़नेस बढ़ता है।
RBI द्वारा ब्याज दर में लगातार दूसरी बार कटौती की है। इसका मकसद भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक जोखिमों से बचाना है। दुनियाभर में मंदी की आशंका और अमेरिका जैसे देशों के व्यापार पर लगाए गए टैरिफ से पैदा हुई चिंताओं के चलते RBI ने यह कदम उठाया है। यह कदम देश की मांग को बनाए रखने और अर्थव्यवस्था की रफ्तार को थामे रखने के लिए एक सक्रिय कोशिश माना जा रहा है।
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