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3 min read | अपडेटेड May 13, 2025, 15:24 IST
सारांश
Amazon की हिस्सेदारी वाले More Retail का अगले 12 से 18 महीनों के अंदर इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने का प्लान है। मोर रिटेल का 10% हिस्सेदारी बेचकर करीब 2000 करोड़ रुपये जुटा सकता है।
मोर रिटेल का आईपीओ लाने का प्लान
Amazon और Samara Capital की हिस्सेदारी वाले फूड एंड ग्रॉसरी रिटेल प्लेयर More Retail का अगले 12 से 18 महीनों के अंदर इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने का प्लान है। मोर रिटेल का 10% हिस्सेदारी बेचकर करीब 2000 करोड़ रुपये जुटा सकता है। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक मोर रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर विनोद नांबियार ने कहा, ‘हम अगले पांच सालों में एक्सपेंशन करने की क्षमता रखने के लिए पर्याप्त फंड जुटाना चाहते हैं। 2030 तक हम 3,000 स्टोर का नेटवर्क बनना चाहते हैं।’ फिलहाल, मोर रिटेल के 775 स्टोर हैं। समारा के पास कंपनी में 51% हिस्सेदारी है, जबकि अमेजन के पास 48% हिस्सेदारी है। बाकी हिस्सेदारी एचएनआई और फैमिली ऑफिसों के पास है।
इस फंड का इस्तेमाल कंपनी को कर्ज मुक्त बनाने के अलावा एक्सपेंशन प्लान के लिए किया जाएगा। फिलहाल कंपनी पर 500 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसमें टर्म लोन और नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) का मिक्सचर शामिल है। नांबियार ने कहा, अब से लेकर आईपीओ लाने तक, कंपनी ने अपने कर्जे को लगभग आधा करने का प्लान बनाया है। इसका लक्ष्य आईपीओ के बाद कर्ज मुक्त होना है। आईपीओ से कंपनी में तेजी से विस्तार करने के लिए पर्याप्त मजबूती भी आएगी। फाइनेंशियल ईयर 2026 में, कंपनी स्टोर की संख्या को बढ़ाकर 1,013 करने का प्लान बना रही है, वित्त वर्ष 27 में 250-300 स्टोर जोड़ने की उम्मीद है। मोर रिटेल को उम्मीद है कि दो साल में प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) यानी कि कर-पश्चात लाभ पॉजिटिव होगा। FY26 में, इसे EBITDA-पॉजिटिव होने की उम्मीद है।
नांबियार ने कहा कि शेयरहोल्डर्स बिजनेस को लेकर काफी पॉजिटिव हैं। पिछले पांच सालों में उन्होंने समारा, अमेजन और फैमिली ऑफिस के बीच 900 करोड़ रुपये इन्वेस्ट किए हैं। इसमें से करीब 150 करोड़ रुपये फैमिली ऑफिस से आए हैं। नांबियार ने बताया, ‘इसमें से बहुत सारा हिस्सा हमारे घाटे की भरपाई में चला गया, क्योंकि हमने कारोबार को बढ़ाया।’ पिछले 60 दिनों में इसने अमेजन और समारा से 150 करोड़ रुपये और जुटाए हैं, जिसका इस्तेमाल एक्सपेंशन के लिए किया गया। मोर रिटेल के लिए कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल ऐसे राज्य होंगे, जहां स्टोर बढ़ाने की कवायद तेज होगी। FY25 में मोर रिटेल ने 4,985 करोड़ रुपये की ग्रॉस सेल्स की। इसमें से 1,045 करोड़ रुपये ऑनलाइन से आए, जो मूल रूप से अमेजन फ्रेश के साथ इसका कारोबार था। मोर रिटेल अमेजन फ्रेश के लिए भारत का इकलौता भागीदार है। FY26 में मोर रिटेल की नजर 6,000 करोड़ रुपये और FY27 में 7,500-8,000 करोड़ रुपये की सेल्स पर है।
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