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2 min read | अपडेटेड April 10, 2025, 08:15 IST
सारांश
Trade War: चीन के स्टेट काउंसिल के टैरिफ कमीशन के ऑफिस ने कहा कि 10 अप्रैल से अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ 34% से बढ़कर 84% हो जाएगा। यह कदम चीनी आयात पर 104% के अमेरिकी टैरिफ के जवाब में उठाया गया है, जो आधी रात से लागू हो चुका है। इसके पहले चीन ने अमेरिकी आयात पर 34 फीसदी टैरिफ लगाया था।
Trade War: चीन ने अमेरिकी आयात पर टैरिफ बढ़ाकर 84% कर दिया है।
चीन के स्टेट काउंसिल के टैरिफ कमीशन के ऑफिस ने कहा कि 10 अप्रैल से अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ 34% से बढ़कर 84% हो जाएगा। यह कदम चीनी आयात पर 104% के अमेरिकी टैरिफ के जवाब में उठाया गया है, जो आधी रात से लागू हो चुका है। इसके पहले चीन ने अमेरिकी आयात पर 34 फीसदी टैरिफ लगाया था।
चीन ने अमेरिका की 12 कंपनियों को एक्सपोर्ट कंट्रोल लिस्ट में डाल दिया और 6 कंपनियों को 'भरोसेमंद नहीं' में रखा। इस बीच, चीन ने अमेरिका से बातचीत करने और व्यापार से जुड़े विवादों को सुलझाने की अपील भी की है।
टैरिफ में बार-बार बढ़ोतरी से दुनिया की दो सबसे अहम अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार ठप होने का खतरा है। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के अनुसार, अमेरिका ने 2024 में चीन को 143.5 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया, जबकि 438.9 अरब डॉलर का सामान आयात किया।
ट्रंप प्रशासन ने पिछले हफ्ते नई टैरिफ पॉलिसी की घोषणा की और अन्य देशों को जवाबी कार्रवाई न करने की चेतावनी दी। जापान सहित कुछ देश टैरिफ पर बातचीत करने के लिए तैयार दिख रहे हैं, लेकिन चीन अधिक सख्त रुख अपनाता दिख रहा है। 2 अप्रैल को टैरिफ पर चीन की शुरुआती प्रतिक्रिया के बाद ट्रंप ने अतिरिक्त 50% बढ़ोतरी की घोषणा की, जिससे चीनी सामानों पर आयात कर कुल 104% हो गया।
ट्रेड वॉर ने दुनिया भर के निवेशकों को डरा दिया है। ग्लोबल मार्केट्स में अप्रैल में भारी गिरावट आई है। टैरिफ हाइक के बीच अमेरिका में मंदी की आशंका जताई जा रही है। इन वजहों से दुनियाभर के शेयर बाजारों पर दबाव है।
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