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3 min read | अपडेटेड April 17, 2025, 12:50 IST
सारांश
भारत सरकार ने इंपोर्ट बढ़ने पर नजर रखने को एक अंतर-मंत्रालयी निगरानी समूह का गठन किया है। चीन और वियतनाम जैसे कुछ देशों पर हाई टैरिफ के कारण भारत में सामान की डंपिंग किए जाने की आशंका है।
अमेरिका से रेसिप्रोकल टैरिफ टालने का फायदा उठाने में जुटे एक्सपोर्टर्स
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिन के लिए टाले जाने के बीच उसका फायदा उठाने के इरादे से निर्यातक तय समय से पहले ही अपने सामान को अमेरिका भेजने में जुट गए हैं। मुख्य रूप से रत्न और आभूषण, जूते और कपड़े जैसे कुछ सेक्टर्स के एक्सपोर्टर ने अमेरिका को तय समय से पहले ही सामान भेजना शुरू कर दिया है। एक्सपोर्टर्स ने कहा कि क्योंकि अमेरिकी टैरिफ को आगे टाले जाने के बारे में अनिश्चितता है, ऐसे समय में अधिक माल भेजना बेहतर है, जब टैरिफ कम हैं। उन्होंने कहा कि चीनी प्रोडक्ट्स पर अमेरिका के 245% टैरिफ लगाए जाने के बाद खालीपन को भरने के लिए भारतीय कंपनियों को प्रोडक्शन में तेजी लाने की जरूरत है।
एक्सपोर्टर्स के शीर्ष निकाय Federation of Indian Export Organisations (FIEO) के अध्यक्ष एस सी रल्हन ने कहा, ‘सरकार को इस स्थिति में उन सेक्टर्स में मैनुफैक्चरिंग का सपोर्ट करने के लिए तुरंत आगे आना चाहिए, जिनमें हाई एक्सपोर्ट क्षमता है। कुछ सेक्टर्स के एक्सपोर्ट टैरिफ में छूट के समय का फायदा उठाने के लिए सामान तेजी से भेज रहे हैं।’ अमेरिका को चीन के मुख्य निर्यात में इलेक्ट्रॉनिक सामान, कंप्यूटर, मशीन कलपुर्जे, इलेक्ट्रिक बैटरी, हीटर, खिलौने, फर्नीचर, कपड़े और जूते शामिल हैं। रल्हन ने कहा, ‘हाई टैरिफ लगाए जाने के कारण हमारे लिए एक्सपोर्ट की काफी संभावनाएं हैं और हमारे एक्सपोर्टर्स को इसका फायदा उठाने के बारे में सोचना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि एक्सपोर्ट प्रतिस्पर्धा बढ़ाने, प्रोडक्ट्स और बाजारों में विविधता लाने और लॉजिस्टिक और बुनियादी ढांचे की कमियों को दूर करने के लिए उपायों की जरूरत है। रल्हन ने रेगुलेटरी बोझ को कम करने और सस्ते कर्ज तक पहुंच बेहतर बनाने का भी सुझाव दिया। अमेरिका ने भारत पर 26% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। बाद में 9 अप्रैल को इसे 9 जुलाई तक 90 दिन के लिए टाले जाने की घोषणा की।
चमड़ा सेक्टर के एक एक्सपोर्टर ने कहा कि कुछ व्यापारी इस समय का फायदा उठाने के लिए जल्दी-जल्दी माल भेज रहे हैं। प्रमुख चमड़ा प्रोडक्ट्स मैनुफैक्चरर और एक्सपोर्टर फरीदा ग्रुप के अध्यक्ष रफीक अहमद ने कहा, ‘फुटवियर सेक्टर स्थिति का आकलन कर रहा है। यह पूरी तरह से असमंजस की स्थिति है। हम इंतजार करेंगे और देखेंगे और फिर फैसला लेंगे।’ हालांकि, घरेलू उद्योग चीन से भारत में माल की डंपिंग की आशंका को लेकर चिंतित है। सरकार ने इंपोर्ट बढ़ने पर नजर रखने को एक अंतर-मंत्रालयी निगरानी समूह का गठन किया है। चीन और वियतनाम जैसे कुछ देशों पर हाई टैरिफ के कारण भारत में सामान की डंपिंग किए जाने की आशंका है।
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