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2 min read | अपडेटेड November 20, 2024, 15:11 IST
सारांश
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के साथ तनाव खत्म करने के बारे में सोच सकते हैं। रॉयटर्स के मुताबिक अगर अमेरिका के भावी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ऐसा समझौता लाते हैं तो पुतिन विचार करेंगे। हालांकि, वे यूक्रेन में NATO की मौजूदगी के सख्त खिलाफ हैं।
यूक्रेन ने दागी है रूस पर लंबी दूरी की मिसाइल
यूक्रेन के आक्रामक होते रवैये के बीच रिपोर्ट्स आ रही हैं कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरिका के भावी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ सीजफायर समझौते पर चर्चा कर सकते हैं। न्यूज एंजसी रॉयटर्स ने रूसी सूत्रों के हवाले से संभावना जताई है कि ट्रंप के साथ बातचीत करके पुतिन यूक्रेन के साथ जारी तनावपूर्ण हालात रोकने पर सहमत हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने साफ किया है कि पुतिन जमीन से जुड़ी किसी मांग से पीछे नहीं हटेंगे।
दोनों देशों के बीच जारी जंग से वैश्विक अर्थव्यवस्था संवेदनशील बनी हुई है। मंगलवार को यूक्रेन ने पहली बार रूसी क्षेत्र में अमेरिका की दी हुई ATACMS बलिस्टिक मिसाइल दागी थी जिसके बाद भारत में भी SENSEX और NIFTY में गिरावट देखी गई थी। जो बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को इस सबसे लंबी रेंज वाली मिसाइल का इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी। इसे रूस ने जंग तेज करने का पश्चिम का संकेत करार दिया है।
रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि रूस इस मांग को लेकर अडिग है कि यूक्रेन ने NATO जॉइन करेगा और ना NATO की फोर्स अपनी जमीन पर आने देगा। इसके साथ ही रूसी भाषा को इस्तेमाल करने से भी रोका नहीं जाएगा। कई इलाकों की सीमा तय करने के लिए रूस को अमेरिका बातचीत तक ला सकता है। ट्रंप पहले ही इस जंग को रुकवाने की इच्छा जता चुके हैं।
अमेरिकी एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने 300 किमी रेंज की ये गाइडेड मिसाइल बनाई है। इसे शीत युद्ध के दौरान सोवियत ठिकानों को उड़ाने के लिए बनाया गया था। यूक्रेन पहले से इसे इस्तेमाल करने की इजाजत अमेरिका से मांग रहा था लेकिन बाइडेन प्रशासन ने नहीं दी थी।
अमेरिका के मुताबिक इसके इस्तेमाल को जंग तेज करने वाला कदम माना जाएगा। माना जा रहा है कि ट्रंप की रूस की नजदीकियों को देखते हुए अब इजाजत दी गई। यह भी कहा गया है कि उत्तर कोरियाई सेना रूस के साथ मिलकर लड़ रही है, इसलिए यूक्रेन को मजबूती दी गई है।
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