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3 min read | अपडेटेड May 09, 2025, 08:30 IST
सारांश
Operation Sindoor: रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने गुरुवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' को कंपनी की ओर से हर समर्थन की बात कही। इसके पहले कंपनी की ओर से 'ऑपरेशन सिंदूर' को ट्रेडमार्क कराने का आवेदन वापस लिया गया। आवेदन की खबरें आने के बाद से कंपनी आलोचनाओं का शिकार हो रही थी। रिलायंस के अलावा तीन और आवेदन इसे ट्रेडमार्क कराने के लिए आए हैं।
रिलायंस की ओर से 'ऑपरेशन सिंदूर' को ट्रेडमार्क कराने का आवेदन दिया गया था जिसके बाद इसे फिल्म, वेब सीरीज के टाइटल के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया भारत का सैन्य ऑपरेशन है। इसके तहत भारतीय सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर समेत कई इलाकों में आतंकी ठिकानों को निशाना बना रही है।
इसी बीच खबरें आने लगीं कि ‘रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL)’ की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शब्द को ट्रेडमार्क करने का आवेदन दिया गया है। आलोचनाओं का शिकार होने पर RIL ने यह कहते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शब्द के लिए अपना ट्रेडमार्क आवेदन वापस ले लिया है कि उसके एक जूनियर अधिकारी ने अनजाने में यह आवेदन दे दिया था, जबकि इसके लिए वह अधिकृत नहीं था।
‘रिलायंस’ ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उसका ‘ऑपरेशन सिंदूर (शब्द) को ट्रेडमार्क बनाने का कोई इरादा नहीं है। यह एक ऐसा शब्द है, जो अब भारतीय बहादुरी के एक प्रतीक के रूप में राष्ट्रीय चेतना का हिस्सा बन गया है।’ रिलायंस ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की इकाई जियो स्टूडियोज ने अपना ट्रेडमार्क आवेदन वापस ले लिया है, जिसे एक जूनियर अधिकारी ने अनजाने में दे दिया था, जबकि इसके लिए वह अधिकृत नहीं था।’
बयान में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज और इसके संबंधित सभी पक्षधारकों को ऑपरेशन सिंदूर पर बहुत गर्व है, जो पहलगाम में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था। ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद की बुराई के खिलाफ भारत की दृढ़ लड़ाई में हमारे बहादुर सशस्त्र बलों की गौरवपूर्ण उपलब्धि है।
वहीं, रिलायंस के मुखिया मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस परिवार हमारे देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए किसी भी कदम का समर्थन करने को तैयार है। हम अपने साथी भारतीयों की तरह मानते हैं कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अपने गौरव, सुरक्षा या संप्रभुता की कीमत पर नहीं।
उन्होंने कहा कि भारत सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट, दृढ़ संकल्प और उद्देश्य में अडिग है। मुकेश अंबानी की यह कंपनी बुधवार को पेटेंट के लिए सबसे पहले आवेदन करने वाली कंपनी थी। रिलायंस ने मनोरंजन, प्रकाशन और भाषा प्रशिक्षण के लिए आवेदन दिया। पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क महानियंत्रक ने आवेदकों के जो आवेदन प्रदर्शित किये हैं, उससे यह सामने आया है।
इसके बाद तीन और ने आवेदन किया। उनमें एक मुंबई निवासी, भारतीय वायुसेना का एक सेवानिवृत्त अधिकारी और दिल्ली का एक वकील है। ये चार आवेदन बुधवार को पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क महानियंत्रक के कार्यालय में दायर किए गए थे, जिसमें ऑडियो और वीडियो सामग्री जैसी मनोरंजन संबंधी सेवाओं के लिए इस शब्द का उपयोग करने की मांग की गई थी। उनमें एक आवेदन रिलायंस का था।
सभी चार आवेदकों ने 7 मई को सुबह 10.42 बजे और शाम 6.27 बजे के बीच ‘नाइस’ वर्गीकरण के वर्ग 41 के तहत पंजीकरण के लिए आवेदन दिया था, जिसमें शिक्षा और प्रशिक्षण सेवाएं, फिल्म और मीडिया उत्पादन, लाइव प्रदर्शन एवं कार्यक्रम, डिजिटल सामग्री वितरण और प्रकाशन और सांस्कृतिक और खेल गतिविधियां शामिल हैं।
इस वर्ग का उपयोग अक्सर ओटीटी मंचों, प्रोडक्शन हाउस, प्रसारकों और ‘इवेंट कंपनियों’ द्वारा किया जाता है, जो यह बताता है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' एक फिल्म शीर्षक, वेब शृंखला या वृत्तचित्र ब्रांड बन सकता था।
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