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एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन सेक्टर में अडानी ग्रुप का भारी-भरकम इन्वेस्टमेंट का प्लान, क्या कुछ बोले गौतम अडानी

Upstox

2 min read | अपडेटेड December 09, 2025, 15:31 IST

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सारांश

गौतम अडानी ने कहा कि अडानी ग्रुप गुजरात के खावड़ा में 520 वर्ग किलोमीटर में फैला दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क बना रहा है। उन्होंने कहा, ‘2030 तक अपनी पूरी क्षमता पर, यह पार्क 30 गीगावाट ग्रीन एनर्जी उत्पन्न करेगा।

अडानी ग्रुप

एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन सेक्टर में अडानी ग्रुप का भारी भरकम इन्वेस्टमेंट का प्लान

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने मंगलवार को कहा कि उनका ग्रुप अगले पांच साल में एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन सेक्टर में 75 अरब डॉलर से अधिक का इन्वेस्ट करेगा। उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप गुजरात के खावड़ा में 520 वर्ग किलोमीटर में फैला दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क बना रहा है। उन्होंने कहा, ‘2030 तक अपनी पूरी क्षमता पर, यह पार्क 30 गीगावाट ग्रीन एनर्जी उत्पन्न करेगा। औसत घरेलू खपत के हिसाब से यह एनर्जी प्रति वर्ष छह करोड़ से अधिक मकानों को बिजली मुहैया कराने के बराबर है।’ अडानी ने कहा, ‘10 गीगावाट की स्थापना पहले ही हो चुकी है। हम दुनिया में सबसे कम लागत वाली ग्रीन ‘इलेक्ट्रॉन’ उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं जो एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन में एक वैश्विक मानक स्थापित करेगा।’

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उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बिजली उपभोक्ता है, लेकिन इसकी प्रति व्यक्ति खपत ‘प्रति साल 1,400 किलोवाट घंटे से भी कम है, जो वैश्विक औसत के आधे से भी कम और अमेरिका के 10वें हिस्से और यूरोप के पांचवें हिस्से के बराबर है।’ वैश्विक स्थिरता बहस का जिक्र करते हुए अडानी ने कहा, ‘यह विमर्श 2025 सीओपी-30 में सामने आई, जहां एक रिपोर्ट में भारत की स्थिरता ‘रैंकिंग’ को यह तर्क देते हुए घटा दिया गया कि हमारे देश में कोयला निकालने की समयसीमा का अभाव है और कोयला ब्लॉक की नीलामी जारी है।’

उन्होंने कहा, ‘हां, कुल कार्बन उत्सर्जन के मामले में हम तीसरे स्थान पर हैं, लेकिन प्रति व्यक्ति हमारे लोग दो टन से कम उत्सर्जन करते हैं जबकि अमेरिका में यह 14 टन, चीन में 9 टन और यूरोप में 6 टन है।’ अडानी ने कहा, ‘200 साल की औद्योगिक गतिविधि में संचयी वैश्विक उत्सर्जन की बात करें तो हमारा देश केवल 4% उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार है। वहीं यूरोप 13%, अमेरिका 19% और चीन 20% उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार है।’

भाषा इनपुट के साथ
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