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3 min read | अपडेटेड October 26, 2024, 12:59 IST
सारांश
रेलवे ने फैसला किया है कि अब ट्रेन टिकट बुकिंग का अडवांस रिजर्वेशन पीरियड 2 महीने कर दिया जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक बड़ी संख्या में कैंसल हो रहे टिकटों को देखते हुए फैसला किया गया है। इसके जरिए त्योहार के समय में लोगों की यात्रा आसान करने की कोशिश की जाएगी। हालांकि, जानकारों का मानना है कि इससे IRCTC की कमाई में सेंध लग सकती है।
ट्रेन टिकट बुकिंग
भारतीय रेलवे ने ट्रेन बुकिंग के अडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP) को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया है। यह फैसला 1 नवंबर, 2024 से लागू होगा। हालांकि, 31 अक्टूबर 2024 तक की गईं बुकिंग में ARP को 120 दिन ही रखा गया है।
रेलवे ने बताया है कि ऐसी ट्रेनें, जैसे ताज एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस, जिनकी समयसीमा पहले से ही कम है, वह नए नियम के तहत नहीं आएंगी। विदेशी पर्यटकों के लिए लागू 365 दिन की लिमिट को भी नहीं बदला गया है। वहीं, 60 दिन के ARP के बाहर टिकट कैंसल करने की छूट दी गई है।
क्या होगा IRCTC पर असर? IRCTC- इंडियन रेलवे केटरिंग ऐंड टूरिज्म कॉर्परेशन एक पब्लिक सेक्टर कंपनी है जो भारतीय रेलवे के लिए टिकट बुक करने की सुविधा देती है। IRCTC की 80-85% कमाई ऑनलाइन टिकट बुकिंग के जरिए होती है।
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक जानकारों की मानें तो छोटे बुकिंग पीरियड के चलते टिकट बिक्री कम होने का घाटा कंपनी को उठाना पड़ सकता है। इसकी झलक रेलवे के ऐलान के बाद कंपनी के शेयर्स में गिरावट के तौर पर देखने को मिली।
क्यों किया ये फैसला? रेलवे के मुताबिक टिकट कैंसलेशन के ट्रेंड को देखते हुए यह फैसला किया गया है। ऐसा देखा गया है कि 61 से 120 दिन के बीच बुक किए गए टिकटों में से 21% कैंसल कर दिए जाते हैं। वहीं 5% ऐसे यात्री होते हैं जो ना ही टिकट कैंसल कराते हैं और ना यात्रा करते हैं। रेलवे का कहना है कि उसने त्योहार के समय में टिकट बुकिंग को बेहतर करने के लिए ARP घटाने का फैसला किया है।
टिकट बिक्री से कमाई पड़ी धीमी केंद्र सरकार भी IRCTC के 60% शेयर्स की हिस्सेदार है। जून में खत्म हुई तिमाही में IRCTC ने पिछले साल के मुकाबले नेट मुनाफे में 33% बढ़ोतरी दर्ज की थी। कंपनी की कमाई 11.8% की बढ़त के साथ ₹1120.2 करोड़ पर पहुंच गई थी।
पिछले साल की तुलना में टिकटों की ऑनलाइन बिक्री के जरिए कंपनी की कमाई ₹329 करोड़ पर पहुंच गई थी। हालांकि, मार्च में खत्म हुई तिमाही में हासिल हुए ₹342 करोड़ से यह नीचे सरक गई थी। रेलवे की कमाई का एक बड़ा जरिया कैंसल किए गए वेटिंग लिस्ट के टिकट भी हैं।
बेटिकट यात्रा पर नकेल की कवायद सितंबर में रेलवे मंत्रालय ने एक टिकट चेकिंग ड्राइव भी लॉन्च की थी ताकि त्योहार के मौसम में बिटकट यात्रा पर रोक लगाई जा सके। मंत्राल ने 17 जोन्स के जनरल मैनेजर्स को खत लिखकर बेटिकट और अनाधिकृत यात्रियों के खिलाफ स्पेशल ड्राइव चलाने का निर्देश दिया था।
ये ड्राइव 1-15 अक्टूबर और 25 अक्टूबर से 10 नवंबर के बीच चलाई जानी हैं। पकड़े जाने पर रेलवे ऐक्ट 1989 के तहत सजा दी जा सकती है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक आम लोगों के साथ- साथ पुलिसकर्मियों पर भी नजर रखी जाएगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि नियम तोड़ने वालों की फेहरिस्त में पुलिसकर्मी भी काफी ऊपर आते हैं।
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