बिजनेस न्यूज़
3 min read | अपडेटेड April 02, 2025, 09:18 IST
सारांश
अमेरिका आज से जवाबी टैरिफ लगाने जा रहा है और इसके चलते दुनिया भर की निगाहें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर टिकी हुई हैं। ट्रंप क्या कुछ फैसला लेंगे, उसका असर दुनिया भर के कई देशों पर पड़ेगा। भारत भी इससे अछूता नहीं रहेगा।
अमेरिका के जवाबी टैरिफ से कैसे निपटेगा भारत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आज दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। ट्रंप आज यानी कि 2 अप्रैल से जवाबी टैरिफ लागू करने वाले हैं और इसका असर भारत समेत दुनिया के तमाम देशों पर देखने को मिलेगा। ट्रंप के जवाबी टैरिफ का डर 1 अप्रैल को जब शेयर मार्केट खुला, तो वहां भी देखने को मिला और ऐसा ही कुछ 2 अप्रैल को भी देखा जा सकता है। ट्रंप के जवाबी टैरिफ से निपटने को लेकर भारत की क्या तैयारी है, भारत ने क्या प्लान बनाया है, चलिए समझते हैं। दरअसल भारत ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह 2 अप्रैल को पहले जवाबी टैरिफ का इंतजार करेगा, उसके बाद ही कोई फैसला लेगा।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री जवाबी ट्रंप को लेकर अलग-अलग रणनीतियों पर काम कर रही है। जवाबी टैरिफ में अलग-अलग सेक्टर्स पर अलग-अलग असर पड़ सकता है। अब अमेरिका जवाबी टैरिफ के बाद किस सेक्टर में कितना टैरिफ बढ़ाता है, इसको लेकर अलग-अलग व्यापारिक रणनीति तैयार करने में भारत जुटा हुआ है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में ‘ओवल ऑफिस’ में सोमवार को मीडिया से बात करते हुए भारत का जिक्र किया था। ट्रंप कई बार भारत को बहुत ऊंचे टैरिफ वाला देश बता चुके हैं। उन्होंने भारत के अलावा कुछ अन्य देशों से आयातित उत्पादों पर 2 अप्रैल से जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की है।
इस बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘मुझे लगता है कि बहुत से (देश) अपने टैरिफ में कटौती करेंगे क्योंकि वे सालों से अमेरिका पर अनुचित तरीके से टैरिफ लगाते आ रहे हैं। अगर आप यूरोपीय संघ को देखें, तो उसने कारों पर पहले ही अपने टैरिफ को 2.5 प्रतिशत तक घटा दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘अभी कुछ समय पहले ही मैंने सुना कि भारत अपने टैरिफ में बहुत बड़ी कटौती करने जा रहा है। मैंने कहा, किसी ने ऐसा बहुत पहले क्यों नहीं किया? बहुत से देश अपने टैरिफ में कटौती करने जा रहे हैं।’
ऐसे में माना जा रहा है कि भारत भी अमेरिका को टैरिफ में छूट देने का रास्ता भी अपना सकता है। भारत और अमेरिका व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर भी काम कर रहे हैं। घरेलू उद्योग और निर्यातकों ने भारत के निर्यात पर अमेरिका के जवाबी टैरिफ के संभावित प्रभाव पर चिंता जताई है। भारत का प्लान ए, प्लान बी और प्लान सी इन बातों पर निर्भर करेगा कि अमेरिका किस तरह से जवाबी टैरिफ लगा रहा है और किन सेक्टर्स पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।
संबंधित समाचार
लेखकों के बारे में
अगला लेख