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3 min read | अपडेटेड April 07, 2025, 11:14 IST
सारांश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ ऐलान के बाद दुनियाभर के स्टॉक मार्केट्स में भूचाल सा आया हुआ है, हालांकि ट्रंप ने कहा कि समय के साथ लोगों को समझ आएगा कि अमेरिका के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ क्यों इतना अहम है।
रेसिप्रोकल टैरिफ के बचाव में उतरे डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को दुनिया भर के तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ (जवाबी टैरिफ) लगाया, जिसके बाद से तमाम देशों के शेयर मार्केट में भूचाल सा आ गया है। हालांकि ट्रंप का कहना है कि रेसिप्रोकल टैरिफ लगाना बहुत अहम फैसला है और इसका असर आने वाले समय में देखने को मिलेगा। ट्रंप ने अपनी आक्रामक रेसिप्रोकल टैरिफ पॉलिसी पर जोर देते हुए कहा कि चीन, यूरोपीय संघ और अन्य देशों के साथ भारी फाइनेंशियल घाटों को केवल भारी टैरिफ के जरिए ही ठीक किया जा सकता है, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि इससे अमेरिका में पहले से ही ‘दसियों अरब डॉलर’ आ रहे हैं।
सोमवार को ग्लोबल फाइनेंशियल मार्केट में गिरावट से ठीक पहले की गई उनकी टिप्पणियों ने बढ़ते ट्रेड वॉर और मंदी की आशंकाओं को और बढ़ा दिया। ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में, ट्रंप ने टैरिफ को ‘देखने के लिए एक सुंदर चीज’ के रूप में सराहा, उन्होंने जोर देकर कहा कि राष्ट्रपति जो बिडेन के प्रशासन के तहत अन्य देशों द्वारा मिले ट्रेड सरप्लस में उछाल आया है। उन्होंने कहा, ‘हम इसे उलटने जा रहे हैं, और इसे जल्दी से उलट देंगे। किसी दिन लोगों को एहसास होगा कि टैरिफ, अमेरिका के लिए, एक बहुत ही सुंदर चीज है!’
यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब उनके सहयोगियों ने यह कहकर मार्केट की चिंताओं को शांत करने की कोशिश की कि 50 से अधिक देशों ने टैरिफ राहत पर बातचीत करने के लिए अमेरिका से संपर्क किया है। हालांकि, व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने व्यापक टैरिफ योजनाओं से पीछे हटने के कोई संकेत नहीं दिखाए, जिससे ग्लोबल स्टॉक एक्सचेंजों में तेज गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 3,939.68 अंक गिरकर 71,425.01 पर आ गया और निफ्टी 1,160.8 अंक गिरकर 21,743.65 पर आ गया, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सेस में क्रम से 4% और 5.6% से अधिक की गिरावट आई।
टाटा स्टील, ट्रेंट और इंफोसिस जैसे हैवीवेट शेयरों में 10% तक की गिरावट देखी गई। जापान का निक्केई 2023 के अंत के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर 6% गिर गया, जबकि दक्षिण कोरिया का बाजार 5% गिरा। ताइवान के मेन इंडेक्स में लगभग 10% की गिरावट आई, जिसके कारण अधिकारियों ने शॉर्ट-सेलिंग को रिस्ट्रिक्ट कर दिया, जबकि बीजिंग से संभावित प्रोत्साहन की अटकलों के बीच चीनी ब्लू चिप्स में 4.4% की गिरावट आई। तेल बाजारों में बिकवाली का असर दिखा, जिसमें ब्रेंट क्रूड 1.35 डॉलर गिरकर 64.23 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया और अमेरिकी क्रूड 1.395 डॉलर गिरकर 60.60 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने बाजार में आई गिरावट पर चिंता को खारिज करते हुए कहा, ‘कभी-कभी आपको कुछ ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है।’ उन्होंने दावा किया कि उन्होंने यूरोप, एशिया और अन्य देशों के नेताओं से बात की है, और जोर देकर कहा कि वे व्यापार घाटे को खत्म करने के लिए ‘सौदा करने के लिए बेताब हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सरप्लस होगा, या सबसे खराब स्थिति में, हम बराबरी पर आ जाएंगे।’
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