लीथियम है भविष्य का ‘गोल्ड’, किस देश के पास सबसे ज्यादा?

12 अप्रैल 2025

सभी तस्वीरें: Shutterstock

एनर्जी की डिमांड में इजाफे, जीवाश्म ईंधन के बढ़ते दाम और क्लाइमेट चेंज जैसे फैक्टर्स के चलते इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग भविष्य में बढ़ती ही जाएगी।

जाहिर है इन गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली बैट्रियों के निर्माण पर भी फोकस बढ़ेगा जिनमें इस्तेमाल होता है लीथियम। 

वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम के मुताबिक साल 2030 तक सालाना लीथियम की डिमांड 30-40 लाख टन पर पहुंच जाएगी। 

अपनी अहमियत के चलते सफेद रंग की यह बेहद हल्की और रिऐक्टिव धातु भविष्य का सोना कही जाने लगी है।

यहां देखते हैं कौन से देशों के पास लीथियम के सबसे ज्यादा भंडार मौजूद हैं…
(सभी डेटा: www.nasdaq.com)

7. ब्राजील
3.9 लाख मेट्रिक टन

6. जिंबॉब्वे
4.8 लाख मेट्रिक टन

5. कनाडा
12 लाख मेट्रिक टन

4. अमेरिका
18 लाख मेट्रिक टन

3. चीन
30 लाख मेट्रिक टन

2. अर्जेंटीना
40 लाख मेट्रिक टन

1. चिली
93 लाख मेट्रिक टन

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